उज्जैन। क्रिसमस पर्व को उत्साह और धूमधाम से मनाए जाने की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। इस पर्व पर कैथोलिक चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं, प्रभु यीशु के जन्म की झांकियां, कैरोल गायन और रात में केक काटने जैसे कार्यक्रम के साथ ही ईसाई समुदाय प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश देगा। इस दौरान सभी चर्च एवं चर्च परिसरों को रोशनी और साज-सज्जा से सजावट किया जा रहा है। उज्जैन शहर में भी इस उत्सव का माहौल नजर आने लगा है।
फादर आर्चबिशप डॉ.सेबेस्टियन वडकेल ने बताया कि यह पर्व ईसाई समुदाय के लिए एक बड़ा उत्सव है, जो प्रभु यीशु के जन्म और उनके द्वारा दिए गए सेवा और परोपकार के संदेश को याद दिलाता है। इस पर्व के उपलक्ष्य में क्रिसमस-डे से कुछ दिन पहले से ईसाई समुदाय बैंड-बाजे और ढोल के साथ कैरोल गीत गाते हुए जुलूस निकालते हैं, जिसमें सांता क्लॉज की वेशभूषा में बच्चे भी शामिल होते है और प्रेम व शांति का संदेश देते हैं। साथ ही फादर ने यह भी बताया कि देवास रोड स्थित कैथोलिक चर्च जैसे प्रमुख चर्चों को क्रिसमस पर लाइट्स और प्रभु यीशु के जीवन पर आधारित झांकियों से सजाया गया है। 24 दिसंबर की रात 12 बजे प्रभु यीशु के जन्मोत्सव के लिए विशेष प्रार्थना सभाएं होती हैं, जिसके बाद केक काटकर शुभकामनाएं दी जाएंगी।
फादर एन्थोनी और फादर जोस पुल्लाट्ट पीआरओ आर्चडयोसीस, केथोलिक चर्च ने बताया कि मारिया नगर कैथोलिक चर्च परिसर में प्रभु यीशु के जन्म समय की झांकी देखने और सेल्फी लेने के लिए युवक-युवतियों में होड़ अभी से लगने लगी है। परिसर में घास-फूस से बनी झोपड़ी को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। साथ ही गड़रियों, मंजूषियों और माता मरियम की गोद में बैठे प्रभु यीशु की सुंदर छवि को देखने के लिए लोगों का तांता लग रहा है। वहीं चर्च भवन को भी रंगीन रोशनी से सजाया गया है।

