उज्जैन, दिनांक 18 दिसंबर 2025
निरीक्षण के दौरान मंदिर परिसर एवं आसपास चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया गया। श्री कौशिक ने श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा एवं सुचारू दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संबंधित निर्माण एजेंसियों एवं विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी कार्य समयबद्ध एवं उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाएं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो तथा मंदिर परिसर की व्यवस्थाएं अधिक सुदृढ़ एवं सुव्यवस्थित रूप में उपलब्ध कराई जा सकें।
निरीक्षण के दौरान मंदिर परिसर क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों एवं नवीन प्रवेश–निर्गम व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की गई। इसके अंतर्गत अवंतिका द्वार (गेट क्रमांक-1) को उसके वर्तमान स्थान से स्थानांतरित कर शहनाई द्वार, पालकी निर्गम स्थल के सम्मुख स्थापित किया गया है। अवंतिका द्वार से श्रद्धालु प्रवेश कर फेसिलिटी सेंटर के माध्यम से दर्शन हेतु आगे बढ़ेंगे।
इसके अतिरिक्त बड़ा गणेश के सम्मुख स्थित निर्गम एंबुलेंस द्वार पर नवीन शीघ्र दर्शन प्रवेश द्वार प्रारंभ किया गया है। इस द्वार से श्रद्धालु ₹250 का शीघ्र दर्शन टिकट लेकर प्रवेश करेंगे तथा श्री गणेश मंडप से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर निर्धारित निर्गम द्वार से बाहर निकलेंगे।
नवीन द्वारों पर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु लॉकर, जूता-स्टैंड एवं मेटिंग जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही दर्शन मार्ग को और अधिक छोटा एवं सुगम बनाया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को शीघ्र एवं सहज रूप से दर्शन लाभ प्राप्त हो सके।

