भोपाल : रविवार, 23 नवम्बर 2025,
मध्यप्रदेश स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हरित ऊर्जा के प्रति दृष्टि और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य ने पिछले दशक में ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। जीआईएस-भोपाल के शुभारंभ अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश में ऊर्जा उत्पादन में आए अभूतपूर्व बदलाव में मध्यप्रदेश की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य की कुल 31 हजार मेगावॉट क्षमता में से 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सा हरित ऊर्जा का है। इनमें नीमच जिला सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनकर उभरा है।
नीमच : सौर ऊर्जा का मजबूत हब
प्रदेश का नीमच जिला आज 500 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन के साथ हरित ऊर्जा का बड़ा केंद्र बन गया है। सिंगोली यूनिट-3 ग्राम बडी में 170 मेगावॉट, बडावदा यूनिट-1 में 160 मेगावॉट और कवई यूनिट-2 में 170 मेगावॉट सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। इसके अलावा आगर जिले की परियोजनाएँ 330 मेगावॉट हरित ऊर्जा दे रही हैं। टीसी सूर्या कंपनी की ये परियोजनाएँ प्रतिवर्ष लगभग 68 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करती हैं, जो भारतीय रेल और राज्य की विद्युत कंपनियों को उपलब्ध कराई जाती है।

